लुधियाना,चैनल88 न्यूज़ (ब्यूरो):- लॉकडाउन के चलते लुधियाना की मेन सब्जी मंडी में भारी संख्या में लोगों की भीड़ जमा होने से रोकने लिए सब्जी मंडी को बंद रखने के लिए ज़िला प्रशासन की और सख़्त आदेश दिए। लुधियाना ज़िला के 95 वार्डो में पार्षद,नगर निगम के अधिकारियों और पुलिस प्रशासन की देखरेख में मंडी लगा कर लाईसेंस शुदा रेहड़ी वालो को घर घर सब्जी पहुंचाने का प्लान सफल नहीं हुआ। चार दिन बाद सब्जी मार्केट खुलने के बाद कुछ आढ़तियों ने दाम बढ़ा दिए। वहीं कुछ आढ़तियों ने अपने रिश्तेदारों और नजदीकियों को वेंडर का लाइसेंस दिला दिया, ताकि ज्यादातर मुनाफा कमाया जा सके। शनिवार को पहले दिन वह इसमें कामयाब भी रहे, लेकिन घर घर सब्जी पहुंचाने वाले रेहड़ी वाले इनके चक्कर में फंसकर रह गए। सब्जी के दाम अपने हिसाब से सेट कर दिए।वार्ड नंबर 37 की बात करे तो कई रेहड़ी वाले भी माल लेने के लिए पहुंचे। पहुंचे उन्होंने वार्ड नंबर 37 के पार्षद पति इंद्रजीत सिंह रूबी लोटे से बोला सर जी इन दामो पर अगर हम सब्जी बेचेंगे तो लोग हमारी शिकायत कर पुलिस से पकड़वा देगे।
गौर हो कि घर घर सब्जी और फ्रूट पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन ने एक योजना तैयार की थी। इसमें होलसेल सब्जी मार्केट से माल खरीदने के लिए 95 वेंडर का चुनाव किया गया। यह चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से मार्केट कमेटी के पास थी, नजदीकीओ के पाास कैसे बने और क्योंं बनाएं गए।
क्योंकि हर वेंडर को एक वॉर्ड के लिए कम से कम एक लाख रुपये का माल खरीदना था, ऐसे में छोटे वेंडर इससे दूर ही रह गए। शनिवार को पहले दिन होलसेल मार्केट में सब्जी के दाम आसमान को छूते दिखे, वहीं बड़े वेंडरों ने इस रेट पर माल खरीद कर कमाई की।रेहड़ी वाले बिचारे बिना सब्जी लिए वापिस लोट गए।वार्ड 37 में ख़राब सब्ज़ी लेकर आए आढ़िती की क्लास भी लगी।
जिला प्रशासन की सख़्त हिदायत के बावजूद वी सब्ज़ी की कालाबजारी नहीं रुक रही।यह लोग मन माने भाव वसूल रहे हैं। ज़िला प्रशासन ऐसे आढ़ितयों पर कैसे सिकंजा कसे और सब्जी लोगो को कैसे सस्ती मिले इस पर विचार करने की जरुरत है।