लुधियाना, 20 सितम्बर (ब्यूरो):- लुधियाना के कारोबारी एमपी सिंह के मन में एक दिन यह बात आई कि मनुष्य जीवन बार बार नहीं मिलता , क्यों ना कुछ ऐसा किया जाए कि सेवा करने के साथ ही उनको आत्मिक तौर पर स्कून मिल सके । स्थानीय नगरी के अलग अलग अस्पतालो में बाहर के शहरो से आने वाले मरीजो को इलाज हेतु आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है । बहुत से मरीजो व उनके रिश्तेदारो के पास खाने के लिए पैसे नहीं होते, जिसकी वजह से उनको भूखे रहने को मजबूर होना पडता है। इस मुश्किल को दूर करने के लिए उन्होंने अपनी पत्नी अमरप्रीत कौर के साथ कुछ करने का मन ही मन में फैसला ले लिया । कारोबारी एम पी सिंह ने अपने नजदीकी दोस्तो से अपने मन की बात शेयर की और रे ऑफ पॉजिटिवटी संस्था के नाम से मां की रसोई मुहिम के तहत काम करने की ठान ली । यह भी एक कड़वी सच्चाई है कि जब आपने कोई अच्छा काम करना हो तों आपके साथ अधिक लोग सहयोग करने के लिए नही आते। आज से एक वर्ष पहले इस प्रोजैक्ट की शुरूआत करने वाले कारोबारी एमपी सिंह एकेले चले थे, आज उनके साथ समेत बड़ा कारवां जुड़ चुका है। जो उनकी एक कॉल पर ही सेवा कार्य के लिए उनके पास पहुंच जाता है । एक कारोबारी से समाज सेवी बने एमपी सिंह ने भावुक हाते बताया कि यह सेवा तो उनसे व उनकी टीम से प्रभू ही करवा रहे है । जब वह पहली बार आरएस मॉडल स्कूल शास्त्री नगर में अपने कुछ साथीयों के साथ गए तो वहां की मैनेजमैंट प्रमुख एमएल कालड़ा व श्रीमति सुनीता देवगन और स्कूली बच्चों ने भरपूर सहयोग देते हए उनके समाज सेवा करने के प्रोजैक्ट के सपने को साकार किया। स्कूल मैनेजमैंट ने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को समाज सेवा के प्रोजैक्ट के बारे में बताया तो हर एक स्कूली बच्चा स्कूल कैंपस में लगे बाक्स में घर से अपने लंच के साथ लाया पराठा उस बाक्स में डाल देता । यहां से सभी पराठे इकट्ठे करके एक गाड़ी के गरीब व जरूरतमंदो तक पहुचान का काम शुरू हो गया । उसके बाद इन बच्चों के पेरेट्स ने भी उनके इस प्रोजैक्ट में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी । आज हमारी मां की रसोई की सारी टीम बीसीएम स्कूल दुगरी व बीसीएम चंडीगढ़ रोड से स्कूली बच्चों से खाना लेने के साथ ही अपने स्तर पर फल फस्ट , बिस्कुट , खिचड़ी , चाय व लस्सी आदि उत्पाद सप्ताह के दो दिन मंगलवार व शुक्रवार को डीएमसी सिविल अस्पताल व कृष्णा अस्पतालो तक पहुंचाने में सफल हो पाए है । उनको इस बात की बेहद खुशी है कि आज उनके परिवार में समाज सेवा के लिए 15000 से उपर सदस्य जुड़ चुके है । उन्होंने स्पष्ट किया कि संस्था का कोई बैंक खाता नहीं है और ना ही हम किसी से कैश लेते है । केवल भोजन व जरूरतमंदो की सहायता के रूप में दी जाने वाली चीजे ही इकट्ठी करने के बाद संबधित जरूरतमंद लोगो तक पहुंचाने का काम करते है और इस मुहिम से जरूरतमंदों के चेहरो पर मुस्कान खिलने लगी है। समाज सेवी एमपी सिंह ने भविष्य की रणनीति पर रोशनी डालते हुए कहा कि श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर मां की रसोई की तरफ से लंगर के साथ जरूरतमंद बच्चों तक शिक्षा समग्री पहुंचाने के लिए भी स्कूली संस्थायो के साथ समाज के हर वर्ग से भी सहयोग लेगे । उनका यह मानना है कि यदि 15000 सम्पन्न परिवारो के बच्चे एक एक कापी व पैन लेकर आते है तो 15000 जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में काफी मदद हो सकती है । इस अवसर पर पीके जैन , सुरिंदर सिंह , अशोक स्याल , विकास अरोड़ा , हरप्रीत सिंह टक्कर , शैली कक्कड , मोना कपूर , रिंकू जिंदल , मीनू बजाज , मंजू सेठी , राकेश सेठी , पंकज बंसी ढाबा , प्रिंस बब्बर करन शर्मा , मोहित चौधरी , संदीप सैणी , अमृतपाल सिंह , विनोद शर्मा , सुमन कत्याल , अमरप्रीत कौर , अमनजीत कौर आदि उपस्थित थे।