करीब नौ माह पश्चात् मोनू लौटा अपने घर, माता-पिता ने जताया आभार
-करनाल का मूल निवासी मोनू सोनीपत रेलवे स्टेशन पर मिला था लावारिस हालत में
सोनीपत, 03 जुलाई 2020,चैनल880न्यूज़ (नवीन बंसल):- सपना बाल कुंज खानपुर कलां के अथक प्रयासों व बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के विशेष सहयोग से लापता बालक मोनू के परिजनों को खोज निकालने में सफलता मिली है। मोनू को सीडब्ल्यूसी ने शुक्रवार को उसके परिजनों को सौंप दिया। बालक के परिजनों ने बालकुंज और सीडब्ल्यूसी का हृदय से आभार प्रकट किया है।
बाल संरक्षण अधिकारी आरती ने बताया कि सोनीपत रेलवे पुलिस को 1 सितंबर, 2019 को एक बालक रेलवे स्टेशन पर लावारिस हालत में मिला था। यह बालक मानसिक रूप से भी विक्षिप्त है। इस बालक को रेलवे पुलिस ने औपचारिकताएं पूूरी कर बाल ग्राम राई में भेज दिया। बाल ग्राम राई ने 18 मार्च, 2020 को बालक को खानपुर कलां स्थित सपना बालकुंज में भेज दिया।
सपना बालकुंज की अधीक्षक सोनिया ने बालक के परिजनों को खोजने के लिए हर संभव प्रयासों को गति दे दी। उन्होंने अपने व्हाट्सऐप ग्रुप में भी बालक की सूचना प्रेषित की। मिसिंग हैल्पलाईन हरियाणा के सहयोग से लापता बालक के परिजनों को ढूंढ़ निकालने में मदद मिली। बाल संरक्षण अधिकारी आरती ने बताया कि बालक की पहचान मोनू (9 वर्ष) के रूप में हुई जो कि करनाल जिला के रामनगर का स्थाई निवासी है। परिजनों को बालक के विषय में सूचित किया गया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
शुक्रवार को परिजन अपने लापता बच्चे मोनू को लेने के लिए सीडब्ल्यूसी कार्यालय में पहुंचे, जहां औपचारिकताओं को पूर्ण करने के उपरांत बालक को उसके परिजनों को सौंप दिया गया। इस मौके पर जिला बाल कल्याण अधिकारी डा. रितु सहित सीडब्ल्यूसी के सदस्य आरपी भारद्वाज व पूनम तथा सुनीता देवी ने बालक को शुभकामनाएं देते हुए परिजनों को सौंपा। साथ ही सपना बालकुंज की अधीक्षक सोनिया व बाल संरक्षण अधिकारी आरती व ममता शर्मा ने भी मोनू को सुखद भविष्य की शुभकामनाओं के साथ रवाना किया। मोनू के पिता चरणजीत ने भी बालकुंज अधीक्षक सोनिया सहित सीडब्ल्यूसी सदस्यों व जिला बाल कल्याण अधिकारी व बाल संरक्षण अधिकारियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि मोनू उनका इकलौता पुत्र है, जिसे ढूंढऩे के लिए उन्होंने भरसक प्रयास किये। मोनू के मिलने से उनके परिवार की खुशियां लौट आई हैं। इसके लिए वे सदैव आप सबके आभारी रहेंगे।