राजस्थान में कांग्रेस की खिसकती सत्ता फिलहाल बच गई है अशोक गहलोत ने शक्ति प्रदर्शन कर दिखाया 100 से ज्यादा विधायकों का दम
जयपुर 13 जुलाई 2020,चैनल88 न्यूज़ (इन्दु बंसल):- उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की राह में रोड़े अटकाने की कोशिस तो की लेकिन अशोक गहलोत ने अपना दम दिखा दिया और पायलट की बगावत के बावजूद 100 से ज्यादा विधायकों का समर्थन दिखाकर सरकार बचा ली है। लेकिन सचिन पायलट की नाराजगी अभी खत्म नहीं हुई है। प्रदेश के दोनों बड़े नेताओं के इसी टकराव को खत्म करने के लिए अब मोर्चा प्रियंका गांधी वाड्रा ने संभाल लिया है।
बताया जा रहा है कि राजस्थान में जो सियासी हालात पैदा हुए हैं उस पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों से बातचीत कर रही हैं। दोनों नेताओं को प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है। ऐसे में प्रियंका सीएम और डिप्टी सीएम के बीच इस स्तर तक पहुंचे विवाद को खत्म करने की कोशिश कर रही हैं।
ये पहला मौका नहीं है जब प्रियंका गांधी ने राजस्थान के इन दो दिग्गजों के बीच सुलह कराने का काम किया है। इससे पहले जब दिसंबर 2018 में राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तो कांग्रेस पार्टी ने अशोक गहलोत को सीएम बनाने का मन बनाया था लेकिन सचिन पायलट इस फैसले को मानने पर राजी नहीं हुए थे घंटों लंबी बैठकें चलती रहीं आख़िरकार राहुल गांधी के आवास पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट से प्रियंका गांधी ने मुलाकात की और सीएम पर फाइनल फैसला हो सका।
अब एक बार फिर दोनों नेताओं के बीच तकरार आ गई हैं। उस वक्त सीएम बनाने का मसला था तो इस वक्त सरकार बचाने की चुनौती है। ऐसे में अब प्रियंका गांधी ने फिर मोर्चा संभाला है। वे दोनों नेताओं से बात कर रही हैं। इतना ही नहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा कांग्रेस के 4 अन्य वरिष्ठ नेताओं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव के सी वेणुगोपाल, अहमद पटेल और पी चिदंबरम ने सचिन पायलेट से बातचीत की है। ओर सचिन पायलट से जयपुर जाने के लिए कहा गया है।