57 हजार करोड़ की राष्ट्रीय सडक़ परियोजनाओं का काम हरियाणा में जारी
आगामी वर्षों में दो लाख करोड़ की राष्ट्रीय सडक़ परियोजनाएं देंगे हरियाणा को
केंद्रीय मंत्री गडकरी पाकिस्तान का पानी हरियाणा को देने के लिए प्रस्तावित की योजना
11 परियोजनाओं में तीन का किया गया लोकार्पण;अधिकांश परियोजनाओं का लाभ सोनीपत संसदीय क्षेत्र को
सोनीपत, 14 जुलाई 2020,चैनल88 न्यूज़ (इन्दु बंसल):- मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में केंद्रीय सडक़, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हरियाणा को 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की सडक़ परियोजनाओं की सौगात देते हुए विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि आगामी वर्षों में हरियाणा को दो लाख करोड़ रुपये की राष्ट्रीय सडक़ परियोजनाएं देंगे। हरियाणा को अभी तक 57 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं मिल चुकी हैं। इनमें कुछ परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं और कुछ पर काम जारी है।
मंगलवार को 11 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के शिलान्यास व लोकार्पण समारोह की विडियो कान्फ्रेंस का आयोजन लघु सचिवालय में किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय सडक़ परिवन और राजमार्ग एवं सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी शामिल हुए तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता चंडीगढ़ से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि कोविड-19 के समय में यह परियोजनाएं निश्चित रूप से हरियाणा की आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करेंगी। रोड से सुविधा के साथ संपन्नता आती है। कोरोना वायरस के दौर में सकारात्मकता तथा आत्मविश्वास के साथ आगे बढऩे की जरूरत है। काम करने की इच्छा शक्ति होनी चाहिए। देश की आर्थिक स्थिति को नये आयाम देने की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। सडक़ों का जाल बिछाया जा रहा है, जिससे औद्योगिक निवेश के साथ रोजगार के अवसर सृजित होंगे। पांच वर्षों में पांच करोड़ रोजगार सृजन करने का लक्ष्य रखा गया है।
केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आह्वान किया कि वे प्रदेश में एमएसएमई को विशेष रूप से बढ़ावा दें। साथ ही उन्होंने एग्रो इंडस्ट्रिज को प्रोत्साहन देने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को भी आर्थिक मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार गांवों में ही गांव के युवाओं को रोजगार देने की दिशा में सफल कदम बढ़ा रही है। उन्होंने प्रदेश को चावल निर्यात के लिए भी प्रोत्साहित किया। तेल की आवश्यकता को कम करने के लिए भी सफल प्रयास जारी हैं। जल्द ही इलैक्ट्रिक वाहन व गैस चालित वाहन बाजार में उपलब्ध होंगे। देश बदल रहा है। ऐसे में नवीनतम तकनीकों का लाभ उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नये गुरूग्राम और नोएडा तैयार किये जायेंगे, ताकि दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं को गुरूग्राम व नोएडा आने की जरूरत न पड़े।
सडक़ एवं परिवहन मंत्री ने नई सडक़ परियोजनाओं की जानकारी भी दी, जिनमें दिल्ली-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल रहा। उन्होंने कहा कि सडक़ निर्माण में पर्यावरण का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है, जिसके तहत ग्रीन हाईवे निर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कुछ अन्य परियोजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि हरियाणा को पाकिस्तान जाने वाले नदियों के पानी को रोकना होगा। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है, जिसके बाद हरियाणा और पंजाब की पानी की समस्या खत्म हो जाएगी। राजस्थान को भी इसका विशेष लाभ मिलेगा। उन्होंने यमुना नदी को लेकर भी भविष्य की योजना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यमुना की सहायता से जलमार्ग से निर्यात को बढ़ावा दिया जाएगा जिसका लाभ हरियाणा को विशेष रूप से मिलेगा। इससे हरियाणा की आर्थिक उन्नत्ति को तीव्र गति मिलेगी। इस दिशा में उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री से विशेष सहयोग मांगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय मंत्री को पूर्ण भरोसा दिया कि वे उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि सुझाई गई सभी परियोजनाओं का लाभ हरियाणा उठाएगा। साथ ही उन्होंने हरियाणा को दी गई 20 हजार करोड़ की नई सडक़ परियोजनाओं की सौगात के लिए आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इससे हरियाणा के इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तीस लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया है, जिससे राज्यों को विशेष लाभ मिला है। देश के उत्थान में हरियाणा हर संभव योगदान देगा। उन्होंने कहा कि औद्योगिक निवेश के लिए हरियाणा पहली पसंद बना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 367 मानव रहित रेलफाटकों पर आरओबी/आरयूबी बनाये जायेंगे। भाजपा ने अपने कार्यकाल में 58 आरओबी/आरयूबी बनवाये हैं। स्टेट हाईवे से टोल बैरियर हटाये गये हैं। सरकार 2500 किलोमीटर सडक़ें बना चुकी हैं। प्रदेश में 5000 किलोमीटर सडक़ और बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी 90 विधानसभाओं के तहत 29 हजार 600 किलोमीटर सडक़ों की मरम्मत व निर्माण किया गया है। लंबित कार्यों को तीव्र गति दी गई है ताकि आम जनमानस को बेहतरीन सुविधाएं मिल सकें।
इस दौरान हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह तथा केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया भी विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए। इन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। इन सडक़ परियोजनाओं से हरियाणा के विकास को नई दिशा व तीव्र गति मिलेगी।
कार्यक्रम में शामिल सोनीपत के सांसद रमेश कौशिक ने इस मौके पर केंद्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के विकास में सडक़ परियोजनाएं मील का पत्थर साबित होंगी। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा को 11 सडक़ परियोजनाओं की सौगात मिली हैं, जिनमें तीन परिजयोजनाओं को लोकार्पित किया गया है। इनमें अधिकांश योजनाएं सोनीपत संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-44 का निर्माण कार्य भी पुन: प्रारंभ किया गया है, जिसे तय समय में पूरा किया जाएगा।
इन राष्ट्रीय सडक़ परियोजनाओं का किया गया शिलान्यास:
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जींद-गोहाना ग्रीनफिल्ड हाईवे का शिलान्यास किया, जिसकी लंबाई करीब 40.601 किलोमीटर है। इसके निर्माण पर लगभग 1207 करोड़ रुपये की लागत आएगी। राष्ट्रीय राजमार्ग-352 के तहत गोहाना-सोनीपत हाईवे को चार लेनमार्गी बनाया जाएगा, जिसकी लंबाई 38.231 किलोमीटर की होगी। इस मार्ग का निर्माण कार्य 1502 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। साथ ही एनएच-152 डी के तहत इस्माईलाबाद से नारनौल तक छह लेनमार्गी ग्रीनफिल्ड हाईवे बनाया जाएगा, जिसकी लंबाई करीब 227 किलोमीटर की रहेगी। इसका निर्माण कार्य लगभग 8490 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। इस हाईवे का लाभ आधा दर्जन से अधिक जिलों को मिलेगा, जिनमें सोनीपत भी शामिल है। भिवानी-महेंद्रगढ़ के अंतर्गत नारनौल बाईपास का शिलान्यास किया गया, जिसकी लंबाई 40.8 किलोमीटर है। इसके निर्माण पर करीब 1380 करोड़ रुपये की लागत आएगी। भिवानी-महेंद्रगढ़, अलवर और गुरूग्राम के अंतर्गत रेवाड़ी-अटेली मंडी मार्ग को चार लेनमार्गी बनाया जाएगा, जिस पर लगभग 1057 करोड़ रुपये का व्यय होगा। इसकी लंबाई 30.45 किलोमीटर है। रेवाड़ी बाईपास का शिलान्यास भी इस कार्यक्रम में ही किया गया, जिसकी लंबाई करीब 14.4 किलोमीटर की है। इसके निर्माण पर 958 करोड़ रुपये की राशि लगेगी। गुरूग्राम के तहत ही गुरूग्राम-पटौदी-रेवाड़ी एनएच-352 की आधारशिला भी रखी गई, जिसकी लंबाई 46.11 किलोमीटर है। इसके निर्माण पर करीब 1524.35 करोड़ रुपये की लागत आएगी। साथ ही यूपी हरियाणा बार्डर से रोहणा तक बनाये जाने वाले चार लेनमार्गी राष्ट्रीय राजमार्ग की आधारशिला भी रखी गई है। इस मार्ग की लंबाई करीब 40.50 किलोमीटर की है, जिसके निर्माण पर लगभग 1509 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
तीन परियोजनाएं की गई लोकार्पित:
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कार्यक्रम दौरान तीन सडक़ परियोजनाओं को लोकार्पित भी किया। इनमें रोहतक और झज्जर के अंतर्गत निर्मित चार लेनमार्गी हाईवे का लोकार्पण किया जाएगा। रोहणा/हसनगढ़ से झज्जर तक बनाये गए इस मार्ग की लंबाई 35.45 किलोमीटर है, जिस पर करीब 1183 करोड़ रुपये की लागत आई है। साथ ही पंजाब/हरियाणा बार्डर से जींद सेक्शन तक निर्मित चार लेनमार्गी राष्ट्रीय राजमार्ग का लोकार्पण भी किया गया। इसकी लंबाई 70 किलोमीटर की रहेगी, जिसका निर्माण करीब 857 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इनके साथ-साथ दो लेनमार्गी जींद-करनाल हाईवे को भी लोकार्पित किया गया, जिसकी लंबाई करीब 85.36 किलोमीटर है। इस मार्ग का निर्माण कार्य लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
इस मौके पर गन्नौर की विधायक निर्मल चौधरी, उपायुक्त श्याम लाल पूनिया, अतिरिक्त उपायुक्त मुनीष शर्मा, एसडीएम स्वप्निल रविंद्र पाटिल, अंडरट्रेनी आईएएस अधिकारी सलोनी शर्मा, एसडीएम आशुतोष राजन, नगराधीश सुरेंद्र सिंह दून तथा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक आशीष जैन सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।