नई दिल्ली 20 जुलाई 2020,चैनल88 न्यूज़ (इन्दु बंसल):- अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की बैठक के बाद अब प्रधानमंत्री कार्यालय ने रामनगरी में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन के कार्यक्रम की तारीख पर भी मुहर लगा दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पांच अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी के अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम तय किया है।
श्रीराम मंदिर भूमि पूजन के लिए पांच अगस्त की तारीख तय हुई है। देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी अयोध्या जाएंगे। भूमि पूजन में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास लगभग 40 किलो चांदी की श्रीराम शिला समर्पित करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी इस शिला का पूजन करेंगे और इसे स्थापित करेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के शुभारंभ की शुभ घड़ी अब पास है। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद वह पहली बार अयोध्या पहुंच रहे हैं, जो कि भूमिपूजन की वजह से ऐतिहासिक तिथि में शुमार होगा। इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रधानमंत्री के आगमन का कार्यक्रम पूरी तरह से तय किया जा चुका है। वह अयोध्या में करीब तीन घंटे गुजारेंगे। शनिवार को ट्रस्टियों की बैठक में निर्णय के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तीन और पांच अगस्त की दो संभावित तिथियों का विकल्प देते हुए उनसे भूमिपूजन का अनुरोध किया था।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इन्हीं दो में से पांच अगस्त की तारीख भूमिपूजन के लिए तय की गई है। ट्रस्ट की तरफ से मिल रही जानकारी के मुताबिक, भूमिपूजन का कार्यक्रम सुबह आठ बजे से शुरू होगा। प्रधानमंत्री 11 बजे से एक बजे तक इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य व 1989 में प्रस्तावित सिंह द्वार पर राममंदिर का शिलान्यास करने वाले कामेश्वर चौपाल के अनुसार, प्रधानमंत्री के आगमन का कार्यक्रम निश्चित हो चुका है। हालांकि सुरक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए इसे इतना पहले सार्वजनिक करना संभव नहीं है।
भूमिपूजन के लिए सबसे बड़ी पसंद
कामेश्वर चौपाल के अनुसार, प्रधानमंत्री से भूमिपूजन कराने के पीछे ट्रस्ट की स्पष्ट मान्यता है। उन्होंने बताया कि भगवान राम आस्था के केंद्र ही नहीं, राष्ट्र पुरुष के तौर पर प्रतिष्ठित हैं और उनका मंदिर वस्तुत: राष्ट्रमंदिर ही है। ऐसे में राष्ट्रमंदिर के भूमिपूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर्वसम्मत से सबसे बड़ी पसंद थे।
पांच अगस्त खास
इस बारे में कहा जा रहा है कि श्रीराम नाम का जो मुहूर्त है वह पांच का है। यही सर्वार्थ सिद्धि का योग भी है। यह सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है और इसमें अगर भूमि पूजन किया जाए तो सर्वार्थ की सिद्धि प्राप्त होगी। माना जाता है इस मुहूर्त में सभी कामनाओं की सिद्धि होती है, लिहाजा इस शुभ मुहूर्त में पूजन किया जा सकता है। यही देखकर इस तिथि को फाइनल किया गया है। इसके साथ ही माना जा रहा है कि बीते वर्ष यानी 2019 में पांच अगस्त को ही कश्मीर से धारा 370 को हटाया गया था। इसी कारण पांच को ही भूमि पूजन के लिए अच्छा तथा यादगार माना जा रहा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अयोध्या में पांच अगस्त को करीब चार घंटे का कार्यक्रम तय किया गया है। इस दौरान वहां पर श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन होगा। पीएम नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन समारोह में शामिल होंगे। पीएम मोदी पांच अगस्त को सुबह 11 बजे से दोपहर 2:10 बजे तक अयोध्या में रहेंगे। इस दौरान अयोध्या में श्रीराम मंदिर के स्थल पर पांच अगस्त को प्रार्थना और श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन समारोह से संबंधित अन्य अनुष्ठान सुबह 8 बजे शुरू होंगे। यहां पर भूमि पूजन काशी के पुजारी सम्पन्न कराएंगे। भूमि पूजन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ही मंदिर की आधारशिला भी रखेंगे।