पंजाब पुलिस ने चोरों के अंतर-राज्यीय गिरोह को गिरफ़्तार करके वाहनों की चोरी के दर्जनों मामलों की गुत्थी सुलझाई
लुधियाना, 6 अक्तूबर,चैनल88 न्यूज़ (ब्यूरो):- खन्ना पुलिस ने वाहन चोरी करने वाले एक अंतर-राज्यीय गिरोह का आज पर्दाफाश किया है जो महिन्द्रा बोलैरो पीक-अप और अन्य वाहनों को पंजाब और हरियाणा से चोरी करके उनका समान आगे मार्किट में बेचते थे।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये खन्ना के एस.एस.पी हरप्रीत सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर खन्ना पुलिस की टीम ने गाँव चोमों, थाना मलौद, जि़ला लुधियाना के नज़दीक चोरी की हुई गाडिय़ों समेत पाँच व्यक्तियों को काबू किया है। उन्होंने बताया कि गिरफ़्तार किये व्यक्ति अमरीक राम और विक्की राम इन चोरी किये वाहनों को मलौद में एक कबाड़ी के गोदाम में तोड़ कर इनके पुर्जे बेच रहे थे।
एस.एस.पी हरप्रीत सिंह ने बताया कि खन्ना के एस.पी (आई) मनप्रीत सिंह और डी.एस.पी, पायल हरदीप सिंह की निगरानी अधीन इंस्पेक्टर करनैल सिंह एस.एच.ओ पायल और इंस्पेक्टर गुरमेल सिंह इंचार्ज सी.आई.ए, खन्ना समेत पुलिस पार्टी ने इन लुटेरों को काबू किया है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान मुलजिमों ने खुलासा किया कि उन्होंने अपने साथी अमरीक राम, विक्की राम और दीपक समेत अम्बाला इलाके में से यह वाहन चोरी किये थे। इसके अलावा, उन्होंने यह भी माना है कि पिछले समय के दौरान उन्होंने अम्बाला, हिसार, पटियाला, संगरूर, धूरी से कई वाहन चोरी किये थे। तफ़तीश के दौरान यह भी पता लगा है कि वह चोरी की गाडिय़ों के स्पेयर पार्टस दोषी अमरीक राम को 50 -60 हज़ार रुपए में बेचते थे।
पुलिस प्रमुख ने बताया कि इस पूछताछ के कारण दोषी अमरीक राम के गोदाम को सील किया गया है जहाँ यह मुलजिम चोरी किये वाहन, स्पेयर पार्टस स्टोर करते थे और टुकड़ों में खोल कर कर इसको अन्य मार्किटों में बेचते थे। इसके अलावा, उनसे भी पूछताछ की जा रही है और बड़े खुलासे होने की संभावना है और साथ ही बाकी दोषियों को भी जल्द गिरफ़्तार कर लिया जायेगा।
इस सम्बन्ध में उपरोक्त उक्त मुलजिमों के खि़लाफ़ थाना मलौद में आई.पी.सी की धारा 379 /411 /201 अधीन मुकदमा नंबर 71 दर्ज किया गया था।
उन्होंने खुलासा किया कि इन मुलजिमों की गिरफ़्तारी के साथ कई अनसुलझे मामलों का पता लगाया जा रहा है। हालाँकि, इन वाहन चोरों की गिरफ़्तारी से उनके खि़लाफ़ लम्बित कई मामलों का हल किया गया है। इससे पहले भी इन मुलजिमों के खि़लाफ़ हरियाणा में 20 और पंजाब में 12 मुकदमें दर्ज हैं।