एनएचएआई तथा संबंधित अधिकारियों की बैठक में दिए जरूरी दिशा-निर्देश
चिन्हित ब्लैक स्पॉट व जलभराव वालेे स्थानों पर करें तुरंत सुधार: एडीजीपी खिरवार
सोनीपत, 07 जुलाई 2020,चैनल88 न्यूज़ (नवीन बंसल):- राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-44 को प्रदेश सरकार दुर्घटनारहित और जामरहित बनाने के लिए प्रयासरत है। प्रयासों को अमली जामा पहनाने के लिए रोहतक रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक (एडीजीपी) संदीप खिरवार ने मंगलवार को लघु सचिवालय में एक विशेष बैठक ली। बैठक में उन्होंने लक्ष्य को हासिल करने के लिए एनएचएआई सहित अन्य संबंधित एजेंसियों व अधिकारियों के साथ गंभीरता से मंथन किया।
एडीजीपी संदीप खिरवार ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-44 निर्माणाधीन है। ऐसी स्थिति में निर्माण कार्य पूर्ण होने तक मार्ग पर सुरक्षा के जरूरी बंदोबस्त करने भी जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली से हरियाणा की सीमा में जिला सोनीपत के तहत प्रवेश करने के साथ ही इस प्रकार के इंतजाम करने होंगे। इसके लिए उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जाम व दुर्घटनाएं रोकने के लिए पुलिस का हर संभव सहयोग मिलेगा। दिल्ली से चंडीगढ़ तक इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर हरियाणा के पांच जिले आते हैं। इन पांचों जिलों के संयुक्त प्रयासों से राष्ट्रीय राजमार्ग को दुर्घटनारहित बनाया जाएगा। इसके लिए आईआरटीई संस्था का भी विशेष सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आईआरटीई व हरियाणा पुलिस के बीच इस कार्य के अंतर्गत एमओयू भी किया गया है।
एडीजीपी ने कहा कि सोनीपत की सीमा में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर विशेष रूप से पांच ब्लैक स्पॉट चिन्हित किये गये हैं। इनमें बहालगढ़ फ्लाईओवर, बीसवामील चौराहा, प्याऊ मनियारी, कुंडली व कमासपुर चौक शामिल हैं। इन स्थानों पर रेडलाईट, स्टोप लाइन, जेब्रा क्रॉसिंग, सर्विस लेन सरीखी सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ अतिक्रमण हटाने व गड्ढों को भरने की आवश्यकता है। ब्लैक स्पॉट बेहद संवेदनशील होते हैं, जहां शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण गंभीरता से सुरक्षात्मक बंदोबस्त किये जायें। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार कुछ स्थान चिन्हित किये गये हैं जहां जलभराव के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। ऐसे स्थानों में राई गांव शराब के ठेके तक का क्षेत्र, मुरथल में झिलमिल ढ़ाबा, भिगान-धतूरी मोड़ और जांटी चौक शामिल हैं। इन स्थानों पर जल निकासी के पूर्ण बंदोबस्त किये जायें।
एडीजीपी खिरवार ने कहा कि निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग पर तुरंत प्रभाव से कुछ ओवरब्रिज व अंडरब्रिज प्रारंभ किये जा सकते हैं। ऐसा करने से भी लोगों को खासी सुविधाएं मिलेंगी। इनमें नाथूपुर, एचएसआईआईडीसी राई तथा सोनीपत बाईपास और गढ़ी कलां क्षेत्र सम्मिलित हैं। इस दौरान उन्होंने कुंडली नगर पालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जांटी कलां रोड़ पर पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था करें। सडक़ का पानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर नहीं आना चाहिए। इस दौरान आईआरटीई ने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के तहत सोनीपत की सीमा की स्थिति की जानकारी भी दी, जिसके तहत एडीजीपी ने एनएचएआई को आवश्यक प्रबंध तुरंत प्रभाव से पूरे करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने एनएचएआई के अधिकारियों तथा संबंधित एजेंसी के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि वे मार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण होने तक सुरक्षा की दृष्टि से किये जाने वाले प्रबंध तुरंत प्रभाव से पूरे करवायें। उन्होंने मार्ग पर बनाये जाने वाले फुटओवर ब्रिज की डिजायनिंग भी सही प्रकार से करने के निर्देश दिए ताकि लोगों को उसका पूर्ण लाभ मिल सकें। उन्होंने कहा कि अनडिफाईंड रोड व कट को दुरुस्त किया जाए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने भी राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर सुरक्षा के अंतर्गत विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा की। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग को पूर्ण सुरक्षात्मक बनाने के कार्य के तहत डीएसपी गन्नौर को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया।
बैठक में अंडरट्रेनी आईएएस अधिकारी सलोनी शर्मा, डीएसपी जोगेंद्र राठी, एनएचएआई के मैनेजटर(टी) आनंद कुमार दहिया, वेलस्पून कंपनी के वीपी कविंद्र जिंदल, सतपाल सिंह, एक्सईएन अजय निराला, इंसपेक्टर राजेश कुमार, सुमित सिंह, राजीव, विवेक मलिक, रवि कुमार, शिव दर्शन, रमेशचंद, आईआरटीई के पंकज नेहरा, अमित ढि़ल्लन, जितेंंद्र व नरेंद्र श्योकंद आदि अधिकारीगण मौजूद थे।