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आम जन के लिए मिल का पत्थर साबित होगा परिवार पहचान पत्र : डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा।

राज्यमंत्री अनूप धानक, राज्यसभा सांसद डॉ. डीपी वत्स व उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने वितरित किए परिवार पहचान पत्र

मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पंचकुला में राज्य स्तरीय कार्यक्रम से किया योजना का शुभारंभ

हिसार, 4 अगस्त 2020,चैनल88 न्यूज़ (इन्दु/नवीन बंसल):-हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश के हर परिवार का पहचान पत्र बनाने का महत्वाकांक्षी अभियान शुरू किया है जो आमजन के लिए बहुत लाभदायक साबित होगा। परिवार पहचान पत्र में परिवार के प्रत्येक सदस्य का संपूर्ण विवरण दर्ज होगा और सदस्य की आयु व पात्रता के आधार पर उसे सभी सरकारी योजनाओं का लाभ घर बैठे मिलेगा। पहचान पत्र बनने के बाद छात्रवृत्तियों, सब्सिडी, पेंशन, वोट बनाने जैसी तमाम योजनाएं व सुविधाएं पात्रता के आधार पर अपने आप मिलनी शुरू हो जाएंगी।
डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने यह बात आज लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में परिवार पहचान पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम में पुरातत्व-संग्रहालय एवं श्रम-रोजगार राज्यमंत्री अनूप धानक, राज्यसभा सांसद डॉ. डीपी वत्स, उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी व अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव भी मौजूद थे। इस दौरान अतिथिगण ने जिला के प्रथम 30 परिवारों को पहचान पत्र वितरित किए। कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पंचकुला में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम से संबोधित किया।
डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने कहा कि परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सरकार को भ्रष्टïाचार पर नियंत्रण करने व आम आदमी को घर बैठै योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी स्थिति में योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने में परिवार पहचान पत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले एक-दो महीने में जब सबका परिवार पहचान पत्र बन जाएगा तब आमजन को दफ्तरों में चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और यह योजना विकास में मील का पत्थर साबित होगी।
उन्होंने कहा कि उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी के नेतृत्व में जिला नए सोपान तय कर रहा है। कोरोना से जिला को बचाने, इस पर प्रभावी नियंत्रण करने और जरूरतमंदों तक राशन वितरण करवाने में उपायुक्त ने सराहनीय भूमिका निभाई है। इसके अलावा पिछले दिनों जिला में टिड्डïी नियंत्रण के लिए भी उपायुक्त ने स्वयं रात को अधिकारियों के साथ खेतों में जाकर प्रभावी नियंत्रण अभियान चलाया। इसके लिए उन्होंने जिला के सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
पुरातत्व-संग्रहालय एवं श्रम-रोजगार राज्यमंत्री अनूप धानक ने कहा कि नागरिकों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए डेटाबेस महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। परिवार पहचान पत्र के डेटाबेस में उपलब्ध जानकारी का उपयोग पात्रता निर्धारित करने के लिए किया जाएगा जिसके माध्यम से लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों का चयन स्वत: ही हो जाएगा। जब एक बार परिवारों का डेटाबेस बन जाता है तो परिवारों को हर योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। सरकार योजनाओं के क्रियान्वयन को सरल व पारदर्शी बनाकर परिवारों को सीधे लाभ प्रदान करने में सक्षम होगी। डेटाबेस प्रमाणित और सत्यापित होने के बाद लाभार्थी को सत्यापन के लिए कोई भी दस्तावेज जमा करवाने की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा असंगठित मजदूरों के बैंक खातों में डेटाबेस के आधार पर प्रति सप्ताह 1000 रुपये भिजवाए गए। उन्होंने आह्वïान किया कि जिन परिवारों ने अब तक परिवार पहचान पत्र के लिए पंजीकरण नहीं करवाया है वे यह कार्य जल्द से जल्द करवा लें ताकि उन्हें योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के आधार पर मिल सके।
राज्यसभा सांसद डॉ. डीपी वत्स ने कहा कि परिवार पहचान पत्र वितरण के इस प्रथम कार्यक्रम का गवाह बनने पर मैं अपने आप को सौभाग्यशाली महसूस करता हूं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का डेटाबेस यदि पहले तैयार होता तो कोरोना के दौरान हमें किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने कहा कि ई-गवर्नेंस से प्रशासन को चलाकर प्रदेश सरकार ने पारदर्शिता को बढ़ावा दिया है।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने अतिथिगण का स्वागत करते हुए परिवार पहचान पत्र प्राप्त करने वाले जिला के प्रथम 30 परिवारों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का यह कदम हरियाणा को भारतवर्ष में अलग पायदान पर खड़ा करेगा। इसके माध्यम से हरियाणा सरकार ने हर परिवार को एक नई पहचान देने का काम किया है। इस कदम से लाल फीताशाही व भ्रष्टïाचार खत्म होगा और आमजन को योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में आने वाली दिक्कतें दूर होंगी। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र केवल गरीब परिवारों के लिए ही नहीं बल्कि प्रत्येक परिवार के लिए आवश्यक है।
उपायुक्त ने बताया कि हिसार जिला में लगभग 2.67 लाख परिवारों के पहचान पत्र अपडेट करने का कार्य पूर्ण हो चुका है। यह कार्य यूनिट कमेटी में बीएलओ द्वारा लगातार तीन महीने से किए जा रहे सर्वे से हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक परिवार को आठ अंकों की आइडी मिलेगी। उपायुक्त ने जिला के उन सभी परिवारों को जल्द से जल्द परिवार पहचान पत्र के लिए पंजीकरण करवाने को कहा जो अब तक ऐसा नहीं कर सके हैं। उन्होंने प्रदेश के अन्य जिलों के मुकाबले हिसार में सबसे अधिक परिवार पहचान पत्र बनाने के कार्य के लिए अधिकारियों की कार्यप्रणाली की सराहना की। इस अवसर पर सीटीएम अश्वीर सिंह, जिला योजना अधिकारी जगदीश दलाल सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

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