कुछ लोगो ने जाली कागज़ लगा दंगा पीड़ित कोटे में लिए बूथ। कब होगी इन सब पर कारवाई।
लुधियाना (ब्यूरो):- महानगर में दुग्गरी स्थित दंगा पीडितों को अलाट हुए फ्लैट और बूथों पर अवैध कब्जे कर कई लोगों ने अपना अधिकार जमा लिया है। इसी को लेकर सुखवंत सिंह जिसका लाल कार्ड नंबर 1405 है और यह कार्ड 2001/2 में बनाया गया था। उसने आज मुलाकात कर बताया कि दुग्गरी में पचास फीसदी के करीब जाली दंगा पीड़ित रह रहे हैं। इस पर रिपोर्ट त्यार कर मदद की जाऐ। बातों में पता चला कि सुखवंत सिंह 1988 में लुधियाना आऐ थे। और फलैट नंबर 587 LIG अर्बन इस्टेट दुग्गरी फेस-1 में बारह हज़ार का खरीदा। यह फलैट किसी और दंगा पीड़ित को अलाट हुआ था। जिससे सुखवंत सिंह ने अवैध तरीके से खरीद लिया। उसके बाद 2001/2 में कहा कि 84 के दंगों में पानीपत की ट्रक युनियन में मेरा ट्रक नंबर HRK 6587 एस माडल जल गया था। जिसे आधार बना कर सुखवंत सिंह को दंगा पीड़ित का लाल कार्ड जारी कर दिया गया। लेकिन जब हमें पता चला कि जिस ट्रक के जलने की बात सुखवंत सिंह कर रहे हैं वह ट्रक तो किसी दलीप सिंह के नाम का है यह पुछने पर सुखवंत के पैरों तले की जमीन खिसक गई। इस पर जवाब दिया कि दलीप सिंह मेरे जीजा जी थे। और हम दोनो ट्रक में पार्टनर थे। फिर पूछा कि पार्टनरशिप का कोई प्रूफ दिखाऐं तो जवाब मिला छोड़ो यार किस चक्कर में पड़ गऐ। इसके बाद सुखवंत सिंह कोई जवाब नहीं दे पाऐ। बस इतना जरूर कहा कि मैं कागज बना लुंगा। उनसे हमने कहा कि पार्टनरशिप के आपके किसी भी नए कागज़ को हम चैलेंज करेंगे तो सुखवंत बिना कोई बात करे निकल लिऐ।
हमारे पास ऐसे बहुत से मामले आते हैं जिनमें पुरानी आपसी रंजिश की सुगंध होती है। हमें मोहरा बना कर कई लोगों ने आपसी रंजिश निकाल हमें यूज किया है लेकिन अब हर पहलू पर हम चोकन्ने हैं इसी का नतीजा है कि जो दुसरे के घर पत्थर मारने निकला उसका खुद का घर ही कांच का निकला।