नई दिल्ली:- सुप्रीम कोर्ट में 23 फरवरी से पीएनबी बैंक में हुए महाघोटाले की जांच वाली जनहित याचिका पर सुनवाई होगी. चीफ जस्टिस की बेंच के सामने इस मामले की गंभीरता का उल्लेख करते हुए वकील डॉ. जेपी ढांडा ने कहा कि इसकी जल्द सुनवाई की जाए.
PNB घोटाले के बाद खुले रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी के मामले को लेकर एक और जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई है. याचिकाकर्ता विनीत ढांडा ने कहा कि इस मामले में पंजाब नेशनल बैंक सहित घोटाले से प्रभावित बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए.
ढांडा के वकील डॉ. जे पी ढांडा ने कोर्ट से ये भी याचना की है कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को ये निर्देश भी दे कि नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की कूटनीतिक कोशिशें तेज की जाएं. इतना ही नहीं, बड़े कॉरपोरेट घरानों या कारोबारियों को दस करोड़ रुपये से ज़्यादा के बैंक लोन के लिए विशिष्ट गाइडलाइन बनाई जाए.
याचिका में ये भी मांग है कि जो लोग ऋण भुगतान में डिफाल्टर हैं. उनकी संपत्ति तुरंत नीलाम करने के सख्त नियम बनें और उन्हें अमल में लाया जाए. इन नियमों पर अमल करने में कोताही बरतने वाले बैंक अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान हो.
ढांडा ने ये भी अपील की है कि आर्थिक विशेषज्ञों का एक पैनल बनाया जाए. ये पैनल बैंकों द्वारा 500 करोड़ या इससे ज्यादा के बैड लोन का अध्ययन कर कोर्ट को जानकारी दे.
याचिका में ये भी कहा गया है कि बड़े कारोबारियों को राजनीतिक संरक्षण मिला होता है. यही वजह है कि वो जल्दी से पकड़ में नहीं आते. पिछले कुछ दशकों में इस तरह के कई घोटालों ने देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है. घोटालों के मुकाबले सजा भी बहुत कम लोगों को मिली और जो दोषियों से गबन और घोटाले की रकम की रिकवरी हुई उसका कोई फायदा नहीं है. लिहाजा गाइडलाइन बनाते समय इसका भी ध्यान रखा जाए. इससे पहले वकील मनोहरलाल शर्मा ने भी बैंक घोटाले को लेकर pil दायर कर रखी है.
बता दें कि देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई स्थित एक शाखा में 11,360 करोड़ रुपये का फर्जी ट्रांजैक्शन किया गया है. पंजाब नेशनल बैंक ने 5 फरवरी को सीबीआई को लगभग 280 करोड़ रुपये के फर्जी ट्रांजैक्शन का मामला सुपुर्द किया था. मामले में लगातार जांच जारी है और इसमें जांच एजेंसियों ने कई गिरफ्तारियां भी कर ली हैं. धोखाधड़ी के इस मामले के केंद्र में हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीतांजलि ज्वैलर्स से जुड़े मेहुल चोकसी हैं.