आईपीएफ तथा एसओ हरिद्वार की सूझबूझ से 24 घंटे के भीतर सुलझा मामला।
हरिद्वार,चैनल88न्यूज़ (ब्यूरो) : हरिद्वार स्टेशन पर खड़ी ऋषिकेश-दिल्ली पैसेंजर में आगजनी करने वाला आरोपी वारदात के 24 घंटे के भीतर सलाखों के पीछे पहुंच गया। आईपीएफ हरिद्वार इंस्पैक्टर प्रदीप कुमार शर्मा तथा एसओ अनुज कुमार की टीम ने कुछ ही घंटे के भीतर आरोपी की पहचान कर उसे दून एक्सप्रैस के एस-3 कोच से काबू कर लिया।
उसकी पहचान जिला टिहरी गड़वाल के गांव माजपा निवासी गोविन्द सिंह के रूप में हुई। पुलिस ने उसके पास से पैट्रोल का डिब्बा, एक ब्लेड, पैट्रोल से भीगे कपड़े की 2 कतरन, एक माचिस व वारदात के समय पहने हुए कपड़े बरामद किए। शुरूआती जांच दौरान उसके मानसिक रूप से कमजोर होने की बात भी सामने आई।
पुलिस के मुताबिक हरिद्वार स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों में पिछले कुछ दिनों से आगजनी तथा सीट कवर काटने की घटनाएं सामने आ रही थी। पहले 26 नवंबर को किसी ने उदयपुर सिटी एक्सप्रैस के विकलांग डिब्बें के सीट कवर फाडक़र आग लगाई। इसके बाद 27 नवंबर को ऋषिकेश-दिल्ली पैसेंजर में आगजनी की घटना सामने आई, जिसपर आरपीएफ हरिद्वार के जवानों ने बड़ी मुश्किल से काबू पाया।
उक्त वारदात के बाद आरोपी को पकडऩे के लिए विशेष टीम बनाई गई। टीम का नेतृत्व कर रहे आईपीएफ हरिद्वार इंस्पैक्टर प्रदीप कुमार शर्मा तथा एसओ अनुज कुमार ने जब स्टेशन की सीसीटीवी फुटेज को बारीकी से जांचना शुरू किया, तो इसमें एक व्यक्ति प्लेटफार्म नंबर-8 पर खाली खड़ी ऋषिकेश-दिल्ली पैसेंजर के पिछले डिब्बे में चढ़ता और उतरता दिखाई पड़ा। यह वही डिब्बा था जिसमें आगजनी की घटना सामने आई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी तालाश शुरू की और कुछ ही घंटे भीतर उसे दून एक्सप्रैस के एस-3 कोच से धर दबोचा।