शनिवार सुबह झज्जर से जिला की सीमा में प्रवेश करने की आशंका के बाद सभी अधिकारियों व किसानों को किया गया सतर्क
टिड्डियों पर छिडक़ाव के लिए जिला में 1250 लीटर क्लोरोपाईटिफोस 20 ईसी दवा का किया गया स्टाक
जिला में किसानों के 157 ट्रैक्टर चालित स्प्रे पंप, सभी फायर ब्रिगेड व पुलिस के वज्रा वाहनों को तुरंत अलर्ट किया गया
-सभी गांवों में कृषि विभाग की तरफ से नोडल अधिकारी नियुक्त, टिड्डियां दिखते ही तुरंत देनी होगी सूचना
सोनीपत, 27 जून 2020,चैनल88 न्यूज़ (नवीन बंसल):- श्याम लाल पूनिया ने बताया कि शनिवार सुबह सूचना मिली थी कि जिला झज्जर की सीमा से खरखौदा उपमंडल में लाखों टिड्डियों का एक बड़ा दल प्रवेश कर सकता है। सूचना मिलते ही प्रशासन ने तुरंत हाई अलर्ट जारी कर सभी अधिकारियों व किसानों को सतर्क कर दिया। दोपहर करीब 12 बजे टिट्टी दल ने गुरुग्राम की तरफ रुख कर लिया। इसके बावजूद जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और टिड्डियों के किसी भी हमले से बचने के लिए प्रशासन के पास पूरे इंतजाम हैं।
उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने बताया कि टिड्डियों के हमले की आशंका के चलते जिला के सभी गांवों में कृषि विभाग की तरफ से टीमों का गठन किया गया है और प्रत्येक गांव में कृषि विभाग की तरफ से ही एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है। उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन ने टिड्डियों पर छिडक़ाव के लिए जिला के किसानों के पास मौजूद सभी 157 ट्रैक्टर चालित स्प्रे पंपों को गांवों में खड़े रखा है ताकि तुरंत स्थिति से निपटा जा सके। इसके साथ ही जिला में 1250 लीटर क्लोरोपाईटिफॉस 20 ईसी दवा का स्टाक किया गया है। इसमें से 750 लीटर को खरखौदा में और बाकी को सोनीपत में रखा गया है। उन्होंने बताया कि सभी गांवों में किसानों को को जागरूक किया जा रहा है कि अगर कोई भी सूचना मिलती है तो तुरंत प्रशासन को इससे अवगत करवाएं। उपायुक्त ने बताया कि जरूरत पडऩे फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों और पुलिस के वज्रा वाहनों को भी स्प्रे की मदद के लिए रखा गया है।
ज्वार, कपास व सब्जियों की फसलों को नुकसान की आशंका
कृषि उपनिदेशक डा. अनिल सहरावत ने बताया कि जिला में टिड्डियों का सबसे बड़ा खतरा चारा जिसमें मुख्यत: ज्वार, कपास व सब्जियों की फसलों को हैं। उन्होंने बताया कि जिला में फिलहाल आठ हजार हेक्टेयर में ज्वार, 6050 हजार हैक्टेयर में कपास, एक हजार हैक्टेयर में धान की रोपाई, दो हजार हैक्टेयर में सब्जियां और 10 हजार हैक्टेयर में गन्ने की फसल है। इसके अतिरिक्त धान की प्योद भी अभी खेतों में खड़ी है। अगर टिड्डियां आती हैं तो इस पूरी फसल को नुकसान की आशंका है।
दिन में उड़ती हैं और रात को आराम करती हैं टिड्डियां
कृषि उपनिदेशक डा. अनिल सहरावत ने बताया कि टिड्डियां दिन में उड़ती हैं और रात के समय खेतों में आराम करती हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति में रात 11 बजे के बाद टिड्डियों पर क्लोरोपाईटिफॉस 20 ईसी दवा का छिडक़ाव किया जाता है। उन्होंने बताया कि अगर खेतों में शोर होता है तो वहां यह बैठने की बजाए आगे की तरफ बढ़ जाती हैं। इसलिए किसानों से अपील है कि अगर टिड्डियां आ जाती हैं तो ड्रम, पीपे, थाली, डीजे इत्यादि बजाकर शोर करते रहें। उन्होंने बताया कि टिड्डियां हवा के रूख के साथ चलती हैं और शनिवार को हवा का रूख पश्चिम से पूरव की तरफ रहा है। सांय करीब छह बजे यह टिड्डी दल गुरुग्राम व दिल्ली हवाई अड्डे के आस-पास मंडरा रहा था।
पल-पल की स्थिति पर नजर बनाए रहे वरिष्ठï प्रशासनिक अधिकारी
शनिवार सुबह जैसे ही जिला प्रशासन को टिड्डïी दल के जिला सोनीपत में प्रवेश करने की आंशका की सूचना मिली तो तुंरत पूरा प्रशासनिक अमला हाई अलर्ट मोड़ पर आ गया। एसडीएम सोनीपत आशुतोष राजन, नगराधीश सुरेन्द्र दून, एसडीएम खरखौदा श्वेता सुहाग, एसडीएम गोहाना आशीष वशिष्ठï, एसडीएम रविन्द्र स्पनि पाटिल, डीआरओ राजकुमार, डीडीपीओ रूपेन्द्र मलिक सभी तहसीलदार व सभी बीडीपीओ को अपने-अपने क्षेत्र में भेज दिया गया। इसके साथ ही सभी अधिकारी पड़ोसी जिलों से पल-पल की सूचनाएं भी एकत्रित भी करते रहे।